भारतीय क्रिकेट में सौरव गांगुली का क्या योगदान रहा है यह किसी से छुपा नहीं है। फिक्सिंग की मार से जूझ रही भारतीय टीम को उन्होंने अपनी कप्तानी के दम पर सही ट्रैक पर लाया। लेकिन क्या आपको पता है वह अपने पहले ही इंग्लैंड दौरे पर जान गंवाते-गंवाते बचे थे। उनपर लंदन में कुछ गुंडो ने बंदूक तान दी थी। लेकिन वह तो भला हो जो उन गुंडों के साथ की एक लड़की का जिसने गांगुली की जान बचा ली थी।
आज भले ही खिलाड़ियों को हाई सिक्योरिटी दी जाती है लेकिन पहले ऐसा नहीं था। खासकर विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों को बहुत अधिक सुरक्षा के बीच नहीं रखा जाता था और खिलाड़ी आसानी से कही भी आ जा सकते थे। गांगुली ने इस घटना का जिक्र करते हुए बताया है कि यह मेरा पहला इंग्लैंड दौरा था। गांगुली और सिद्धु ट्यूब ट्रेन में सफर करने निकले थे। इन दोनों के साथ कोई और खिलाड़ी नहीं था। दोनों ही खिलाड़ी अपनी लंदन का लुत्फ ले रहे थे। तभी अचानक ट्रेन में कुछ लड़के चढ़े जो पहले से ही नशे में थे। उन लड़कों ने दोनों को देखा और उन पर टिप्पणी करने लगे।
जब उन लड़कों ने हद पार कर दी तो गरममिजाज सिद्धु से रहा नहीं गया और वह भिड़ गए। अगला स्टेशन आने तक सिद्धु और गांगुली उन लड़कों से बहसबाजी करते रहे। जैसे ही अगला स्टेशन आया गांगुली ने लड़के को धक्का दे दिया जिससे वह गिर गया। वह उठा और जेब से बंदूक निकाल कर गांगुली और सिद्धु पर तान दिया।
एक लड़की ने बचाई जान:
लेकिन उसी ग्रुप में एक लड़की थी जो काफी हट्टी कट्टी थी ने उस लड़के को हमसे दूर किया। गांगुली ने आगे बताया है कि इन सबके बाद वह और सिद्धु बुरी तरह कांप रहे थे। अगर वह लड़की नहीं होती तो शायद मेरा पहला इंग्लैंड दौरा मेरा अंतिम दौरा बन जाता।
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